इंदौर। इंदौर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में इंडियन सोसायटी ऑफ डेंटल ट्रॉमा , इंडियन डेंटल एसोसिएशन इंदौर शाखा एवं शिशु एवं बाल दंत रोग विभाग शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को इमरजेंसी डेंटल ट्रॉमा पर व्याख्यान और कार्यशाला संपन्न हुई। जिसमें देशभर से आए डॉक्टरों ने अपने विचार व्यक्त किए। एम्स दिल्ली से आए डॉ. विजय माथुर, डॉ. अजय लोगानी और डॉ. नितेश तिवारी द्वारा स्पोर्ट्स डेंटिस्ट्री पर अपना अनुभव साझा किया गया। कार्यक्रम में चेन्नई से आए डॉ. एस मुथु, कोयंबटूर के डॉ. पद्मनाभन और शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर के डॉ. आशीष सक्सेना ने डेंटल ट्रॉमा के बचाव और इमरजेंसी मैनेजमेंट के संबंध में जानकारी दी गई। साथ ही प्रतिभागियों को लाइव डेमोंसट्रेशन द्वारा एडवांस्ड तकनीक द्वारा डेंटल ट्रॉमा मैनेजमेंट के बारे में बताया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित रहे
मुख्य अतिथि डॉ. परिमाला कुलकर्णी, अधिष्ठाता, पीपुल्स कॉलेज भोपाल, विशिष्ट अतिथि डॉ. प्रियंका जैन, अध्यापक इंदौर बाल चिकित्सा अकादमी, डॉ. सुमित शुक्ला, अध्यापक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस अवसर पर 200 से ज़्यादा चिकित्सक एवं प्रशिक्षु डॉक्टर उपस्थित थे।
दंत चिकित्सकों ने आधुनिक शोध के बारे में जाना और जाना कि यदि दंत में चोट लगने के बाद तुरंत यदि डॉक्टर के पास पहुंच जाते हैं तो ठीक होने की संभावना ज़्यादा होती है। डेंटल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर अमित रावत एवं सचिव डॉक्टर आदित्य मंगल ने कार्यक्रम में प्रतिभागियों को आघात से बचाव के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में डेंटल कॉलेज की प्राचार्या एवं साइंटिफिक चेयरपर्सन डॉ. संध्या जैन तथा ऑर्गेनाइजिंग कमेटी के डॉ. आशीष सक्सेना, डॉ. अनुराधा अग्रवाल, डॉ. विशाल खंडेलवाल एवं डॉ. शिखर प्रताप सिंह चौहान भी मौजूद थे।