सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर गुस्सा, तनाव को देखते हुए आरएएफ तैनात
मंगलुरु। कर्नाटक के मंगलुरु में मिलाद-उन-नबी से जुड़ी एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई है। आज सुबह दोनों संगठन मंगलुरु की सड़कों पर प्रदर्शन के लिए उतरे। प्रोटेस्ट रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाई, जिसे प्रदर्शनकारियों ने तोड़ दिया। स्थिति को काबू में करने के लिए प्रशासन ने रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवानों को तैनात किया है। हिंसक प्रदर्शन को लेकर दक्षिण कन्नड़ के एसपी ने कहा- ईद-ए-मिलाद से एक दिन पहले ही हमने जिले सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम कर लिए थे। पुलिस ने कहा कि हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई अप्रिय घटना न हो। जो भी शांति भंग करेगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पांच लोगों को किया था गिरफ्तार
रिपोर्ट के मुताबिक, कल रात करीब 10:30 बजे मंगलुरु के बाहरी इलाके में कटिपल्ला की बद्रीया मस्जिद पर कुछ बाइक सवार लोगों ने पथराव किया। इसमें मस्जिद के कांच टूट गए। घटना को लेकर मंगलुरु पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया। ये सभी लोग विहिप से जुड़े लोग हैं। गिरफ्तारी को लेकर विहिप के कार्यकर्ताओं देर रात नराज हो गए। वे सड़कों पर आकर प्रदर्शन पर उतारु हो गए। हालांकि, प्रशासन ने इस प्रदर्शन को बढ़ने नहीं दिया और स्थिति को काबू में कर लिया।
सूरत में मिलाद-उन-नबी पर शांति के लिए फ्लैग मार्च
सूरत में पुलिस ने सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए सोमवार सुबह फ्लैग मार्च किया। सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने कहा- 16 तारीख को सूरत के अलग-अलग इलाकों में ईद के जुलूस निकाले जाएंगे और 17 तारीख की सुबह से गणपति विसर्जन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसे देखते हुए सूरत पुलिस ने काफी तैयारियां की हैं। कमिश्नर ने कहा- हमारे 15 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी और होमगार्ड तैनात रहेंगे और उनकी मदद के लिए स्टेट रिजर्व पुलिस की 11 कंपनियां और रैपिड एक्शन फोर्स की 1 कंपनी रहेगी। हमने एक स्पेशल यूनिट भी बनाई है जो किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेगी। ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जाएगी।