ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने बहराइच मुठभेड़ को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की. साथ ही यूपी पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए इसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ठोक देंगे नीति करार दिया. बता दें कि बहराइच हिंसा के बाद यूपी पुलिस ने घटना के आरोपी सरफराज और मोहम्मद तालिब का एनकाउंटर किया है. Global Bharat TV में छपी खबर के अनुसार ओवैसी ने कहा कि अगर पुलिस के पास पर्याप्त सबूत थे, तो उन्हें न्यायेतर उपायों का सहारा लेने के बजाय आरोपियों को कानूनी सजा देनी चाहिए थी.
AIMIM प्रमुख ने कहा कि बहराइच हिंसा के आरोपियों के पुलिस द्वारा एनकाउंटर की सच्चाई जानना मुश्किल नहीं है. योगी की “ठोक देंगे” नीति के बारे में सभी जानते हैं. अगर पुलिस के पास इतने सबूत होते तो आरोपियों को कानूनी तौर पर सजा दिलाने का प्रयास किया जाता. इसी बीच, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने गुरुवार को कहा कि बहराइच हिंसा में गिरफ्तार पांच में से दो मुठभेड़ के दौरान घायल हो गए और तीन अन्य को हिरासत में लिया गया, उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है. जब पुलिस भारत-नेपाल सीमा के पास हथियार बरामदगी के लिए गिरफ्तार पांचों आरोपियों को ले जा रही थी, तो दो आरोपियों ने भागने की कोशिश की. जैसे ही उन्होंने भागने की कोशिश की, गोलियां चलाई गईं.
इस दौरान मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिब घायल हो गए. अब्दुल हमीद, फहीम और अब्दुल अफजल को गिरफ्तार किया गया. कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा कि आगे की जानकारी बहराइच पुलिस द्वारा साझा की जाएगी. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर अपनी विफलता को छिपाने के लिए एनकाउंटर करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि यह घटना प्रशासनिक विफलता है. सरकार अपनी विफलता को छिपाने के लिए एनकाउंटर कर रही है…