यूपीएससी की जांच में दोषी पाए जाने के बाद हुई कार्यवाही, अब कभी नहीं दे पाएंगी यूपीएससी की कोई एग्जाम
नई दिल्ली। विवादों पूर्व ट्रेनी आईएएस अफसर पूजा खेडकर पर केंद्र सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए शनिवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा से तत्काल प्रभाव से सेवामुक्त कर दिया। उनके खिलाफ ये एक्शन आईएएस (परिवीक्षा) नियम, 1954 के नियम 12 के तहत लिया गया है। पूजा 2023 बैच की ट्रेनी आईएएस थीं। उन्हें सीएसई -2022 में 841वीं रैंक मिली थी। वे जून 2024 से ट्रेनिंग कर रही थीं। उन पर आरोप है कि उन्होंने रिजर्वेशन का फायदा उठाने के लिए सिविल सर्विस एग्जाम 2022 में खुद से जुड़ी गलत जानकारी दी थी। यूपीएससी ने अपनी जांच में पूजा को दोषी पाया था। इसके बाद 31 जुलाई को पूजा का सिलेक्शन रद्द कर दिया गया। पूजा पर उम्र, माता-पिता की गलत जानकारी, पहचान बदलकर तय सीमा से ज्यादा बार सिविल सर्विसेस का एग्जाम देने का आरोप था। सिलेक्शन रद्द होने के बाद पूजा का पद छिन गया। उन पर भविष्य में यूपीएससी का कोई भी एग्जाम देने पर रोक लग गई है। 28 अगस्त को पूजा ने दिल्ली हाईकोर्ट में कहा था कि UPSC के पास उनके खिलाफ कार्रवाई करने का कोई अधिकार नहीं है। मेरे सारे डॉक्यूमेंट को 26 मई 2022 को पर्सनैलिटी टेस्ट में आयोग ने वैरिफाई किया था।