महादेवन मंदिर की जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग पर अड़े विधायक
मऊगंज। देवरा गांव में महादेवन मंदिर की जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटाने को लेकर मऊगंज से भाजपा विधायक प्रदीप पटेल अड़े हुए हैं। पुलिस ने उन्हें गुरुवार रात को हिरासत में लिया था। जिसके बाद उन्हें नई गढ़ी रेस्ट हाउस में एक अलग कमरे में रखा था। रात 11 बजे से ही उन्होंने कमरे में खुद को बंद कर लिया। वे शुक्रवार शाम 4 बजे तक किसी से नहीं मिले। इस बीच उनके पास केवल उनकी कुछ दवाइयां और एक बोतल पानी था। इस दौरान उन्होंने 15-20 मिनट के लिए दो बार दरवाजा खोला एक बार उनसे मिलने मनगवा के भाजपा विधायक नरेंद्र प्रजापति मिले। दोनों विधायकों के बीच बंद कमरे में एक घंटे तक चर्चा हुई। दूसरी बार रीवा के प्रचारक मिले। उन्होंने कल से अभी तक कुछ नहीं खाया। जबकी उन्हें शुगर और बल्ड प्रेशर की शिकायत है। प्रशासन ने उन्हें मनाने के लिए उनकी पत्नी को भी बुलाया लेकिन उन्होंने पत्नी से भी मुलाकात नहीं की। इस तरह देखा जाए तो पटेल अपनी मांगों को लेकर अघोषित तौर पर भोजन त्याग दिया।
इधर, प्रशासन ने अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण हटाने के लिए 29 नवंबर तक का समय दिया हुआ है। बता दें कि इसकी जानकरी लगने पर कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव, एसपी रसना ठाकुर भी पहुंची। उन्होंने दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया था। हालांकि अंदर से रिस्पॉन्स नहीं मिलने पर पुलिस ने विधायक की पत्नी को भी बुलवाया था। दरवाजा तोड़ने की तैयारी कर ली थी।

विधायक प्रजापति ने की कलेक्टर से बात
भाजपा विधायक प्रदीप पटेल से मिलने के बाद विधायक नरेंद्र प्रजापति ने कहा कि जो अनाधिकृत अतिक्रमण वहां है। उसे प्रशासन को हटाना चाहिए। अतिक्रमणकारियों को पहले भी प्रशासन ने नोटिस दिया था, लेकिन उन्हें हटाया नहीं गया। मेरी कलेक्टर और एसपी से बात हुई है। उन्होंने 29 तारीख की डेडलाइन दी है।

पटेल ने कहा- अतिक्रमण हटवाकर रहेंगे
मंनगवा विधायक नरेंद्र प्रजापति ने बताया कि प्रदीप पटेल ने कहा है कि हम जब भी वहां जाएंगे अतिक्रमण हटाएंगे। प्रशासन और जनप्रतिनिधि का दायित्व है कि सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया जाए। उन्होंने ये भी बताया कि प्रदीप पटेल स्वस्थ है। डॉक्टर की टीम उनका चेकअप करेगी।

जेसीबी लेकर पहुंचे थे अतिक्रमण हटाने
दरअसल, सोमवार को विधायक प्रदीप पटेल मंदिर की जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए जेसीबी लेकर पहुंच गए थे। इस दौरान दो पक्षों के बीच पथराव हो गया था। इसके बाद विधायक प्रदीप पटेल और उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया गया था। विधायक को रीवा के सामुदायिक भवन में बनी अस्थाई जेल में रखा था। वहां से गुरुवार को रिहा होने के बाद वे दोबारा महादेवन मंदिर के पास अतिक्रमण तोड़ने समर्थकों के साथ पहुंच गए थे। जहां से फिर उन्हें हिरासत में ले लिया था।

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