नायडू सरकार ने नया आरोप लगाते हुए कहा– प्रसाद में गोमांस, सुअर की चर्बी और फिश ऑयल मिलाया
अमरावती। तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम की पवित्रता और शुद्धता को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। आंध्र प्रदेश की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने दो दिन के अंदर दो दावे किए। नायडू सरकार ने नया आरोप लगाते हुए कहा कि प्रसाद में चर्बी वाले घी के अलावा गोमांस, सुअर की चर्बी और फिश ऑयल मिलाया गया था। लैब रिपोर्ट में इसकी पुष्टि भी हुई। इससे पहले 18 सितंबर को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि पिछले 5 साल में वायएसआरसीपी के नेताओं ने तिरुमाला की पवित्रता को धूमिल किया। उधर, मंदिर प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। तिरुपति मंदिर के 300 साल पुराने किचन में रोजाना 3.50 लाख लड्डू बनते हैं।
टीडीपी ने लैब रिपोर्ट सार्वजनिक की, चर्बी की पुष्टि
टीडीपी के प्रवक्ता अनम वेंकट रमना रेड्डी ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में लैब रिपोर्ट सार्वजनिक की। उन्होंने बताया कि गुजरात स्थित लाइवस्टॉक लैबोरेटरी, एनडीडीबी (नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड बोर्ड) सीएएलएफ लिमिटेड (सेंटर फॉर एनालिसिस एंड लर्निंग इन लाइवस्टॉक एंड फूड) को 9 जुलाई, 2024 को सैंपल भेजा गया था। लैब रिपोर्ट 16 जुलाई को मिली। तभी से ही यह रिपोर्ट पब्लिक डोमेन में है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। रिपोर्ट में ना तो जारी करने वाली संस्था का नाम लिखा है और ना ही किस जगह के सैंपल की जांच की गई है, उसका जिक्र है।
नायडू ने कहा कि जिस कंपनी से घी लिया जा रहा था, उससे करार खत्म कर ब्लैक लिस्ट कर रहे हैं। मामले की जांच विजिलेंस को सौंप दी गई है। एक साल पहले ही कंपनी को सप्लाई का टेंडर मिला था। वहीं, कांग्रेस नेता और जगन मोहन की बहन शर्मिला ने सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
जगन सरकार ने जुलाई 2023 में दिया था 5 फर्म को घी सप्लाई का काम
बीते 50 साल से कर्नाटक कॉपरेटिव मिल्क फेडरेशन रियायती दरों पर ट्रस्ट को घी दे रहा था। हर छह महीने में 1400 टन घी मंदिर में लगता है। जुलाई 2023 में कंपनी ने कम रेट में सप्लाई देने से मना कर दिया, जिसके बाद जगन सरकार ने 5 फर्म को सप्लाई का काम दिया।इसी साल 17 जुलाई को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की फूड लैब सीएएलएफ ने बताया कि तिरुमाला के लड्डुओं में पशु चर्बी, मछली तेल से बने घी का इस्तेमाल हो रहा है। जांच में एक फर्म का घी मिलावटी मिला था। इसके बाद जुलाई में तिरुमाला ट्रस्ट के EO जे। श्यामला राव ने बैठक कर लडडुओं के सैंपल फिर लैब भेजे। अब इसकी रिपोर्ट नायडू ने उजागर किया। इसमें पता चला कि घी में बीफ, फिश ऑयल और सुअर की चर्बी मिलाई गई थी।