तीन सीन डिलीट के साथ 10 बदलाव भी करने होंगे, इसके बाद रिलीज होगी
अमृतसर। हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) ने यू/अ सर्टिफिकेट दे दिया है। इस फिल्म के कई सीन पर सीबीएफसी ने आपत्ति जताई है, जिसकी वजह से अब ये फिल्म कई कट और बदलावों के बाद कुछ ही हफ्तों में रिलीज की जाएगी। सीबीएफसी ने इस फिल्म से तीन सीन डिलीट करने के निर्देश दिए हैं। सख्त हिदायत भी दी है कि फिल्म को रिलीज करने से पहले इसमें 10 बदलाव किए जाएं। फिल्म को लेकर सिख संगठनों ने आपत्ति जताई थी, जिसके कारण सीबीएफसी ने सर्टिफिकेट रोक दिया था। कंगना ने बताया था कि सर्टिफिकेट ना मिलने के कारण फिल्म अपने तय समय पर रिलीज नहीं हो पाई है। सेंसर बोर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट मिलने के बाद अभी तक सिख संगठनों की तरफ से या फिर कंगना की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
प्रोड्यूसर और डायरेक्टर को सेंसर बोर्ड के निर्देश
बोर्ड ने प्रोड्यूसर और डायरेक्टर को निर्देश दिए कि इमरजेंसी में दिखाए गए विवादित बयानों पर फैक्ट्स दिखाएं जाएं। साथ ही मेकर्स को इस फिल्म में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड मिल्हौस निक्सन द्वारा भारतीय महिलाओं के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल के भारतीयों को खरगोशों की तरह प्रजनन करने वाले बयानों के सोर्स पेश करने को कहा। वहीं, सेंसर बोर्ड ने मणिकर्णिका फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड को 10 बदलावों की लिस्ट भेजी है। इनमें अधिकतर दृश्य वे हैं, जिन पर सिख संगठनों की तरफ से आपत्ति जताई गई है। फिल्म के एक सीन में पाकिस्तानी सैनिकों को बांग्लादेश शरणार्थियों पर हमला करते हुए दिखाया गया है। इसमें उन्हें बच्चों व महिलाओं पर हमला करते हुए दिखाया गया है। सीबीएफसी ने इस सीन पर भी अपनी आपत्ति जताई है। बोर्ड ने मेकर्स को फिल्म से इस सीन को बदलने या फिर पूरी तरह डिलीट करने की मांग की है।